बैगा समुदाय में प्रेम विवाह और महिलाओं के स्वतंत्रता को पूर्ण सम्मान दिया जाता है
दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं बैगा जनजाति (baiga tribes) के कई तरह के विवाह के बारे में, बैगा समुदाय में महिलाओं के स्वतंत्रता और उनके इच्छा का पूर्ण सम्मान रखा जाता है, चाहे वो विवाह में हो या पारिवारिक और सामाजिक रूप में हो।
आप पिछले पोस्ट में जान ही चुके होंगे कि बैगा जनजाति के विशेषताओं, रहन सहन, रीति रिवाजों के बारे में, अगर आपने हमारा वह पोस्ट नहीं पढ़ तो आपको हम नीचे लिंक दे देंगे आप लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं जिससे आपकी जानकारी अधूरी ना रहें तो
दोस्तों शुरू करते हैं बैगा (baiga) आदिवासियों (tribes) के कई प्रकार के विवाहों के बारे में बैगा समुदाय ( baiga community ) के लोग अपने पारंपरिक विवाह के तरीकों के बारे में खास प्रचलित हैं, जो बैगा जनजाति के लोग विवाह को एक उत्सव के रूप में मानते हैं, लेकिन जितना सरल इनका विवाह उत्सव होता है इसके पारंपरिक धारणाएं उतना ही विस्तृत होता है।
बैगा जनजाति के लोगों के विवाह के प्रकार -
- हठ विवाह -
- पैठू विवाह -
- लौटावा विवाह -
- उधरिया विवाह -
- चोर विवाह -
- उठवा विवाह -
- प्रेम विवाह -
हठ विवाह -
दोस्तों जब लड़का लड़की से या लड़की लड़का से शादी के लिए हामी भरने के लिए हठ करने लगे और इस हठ से जब लड़का या लड़की शादी के लिए राजी हो जाएं तो इसे हठ विवाह कहते हैं, इस विवाह में लड़का या लड़की व दोनों पक्षों के परिवार वालों को पता होता है कि लड़की या लड़का शादी के लिए हठ कर रहा या रही है, तब परिवार वाले भी लड़के लड़की को राजी करने के लिए मजबूर करते हैं, और मान जाने पर विवाह करा दिया जाता है, आमतौर पर इसे अब कम प्रचलन में देखा जाता है लेकिन इसका प्रचलन खत्म नहीं हुआ है,
पैठू विवाह -
पैठू विवाह जब लड़की किसी मनपसंद लड़के जिससे वे विवाह करना चाहती हो, या प्रेम संबंध के बीच लड़के घर में चोरी से घुस जाए और लड़के के घर पर ही रहने लग जाए तब लड़की के विवाह करने के इच्छा को सभी गांव परिवार वालों को पता चल जाता है, तब दोनों लड़का लड़की के घर वाले और गांव वाले मिलकर दोनों का विवाह करा देते हैं, यह विवाह खासा प्रचलित है।
लौटावा विवाह -
लौटावा विवाह उसे कहते हैं जब किसी दो सगे भाई बहनों का विवाह दो सगे भाई बहनों के साथ किया जाता है, इस विवाह में लड़की पक्ष वाले लड़का पक्ष से यह शर्त रखते हैं कि हम अपनी बेटी देने के लिए तैयार हैं लेकिन उसके बदले में हमें भी आपको बेटी देना होगा। मतलब बेटी लेने के बदले बेटी लौटाना भी होगा। यह विवाह जब दोनों पक्षों के दंपतियों के बेटे बेटी विवाह करने योग्य हो गए हों तब कराया जाता है।
उधरिया विवाह -
उधरिया विवाह जब कोई विवाहित स्त्री किसी और पुरुष को चाहने लगे या उससे किसी प्रकार के प्रेम संबंध के कारण विवाह की इच्छा जाहिर करने लगे तब विवाहित स्त्री का उस पुरूष के साथ विवाह करा दिया जाता है, दोस्तों बैगा समुदाय में इस प्रकार की स्वतंत्रता वाकई आश्चर्य करने वाला है, इसमें महिलाओं के इच्छा और स्वतंत्रता को पूरा सम्मान दिया गया है।
चोर विवाह -
चोर विवाह उसे कहते हैं जब लड़का और लड़की एक दूसरे के साथ विवाह करने के लिए रजामंद हों और दोनों परिवार से छिपकर चोरी से कहीं भाग जाते हैं। कभी लड़का लड़की को भगा ले जाता है, तो कभी लड़की लड़के को विवश कर भगा ले जाती है, इसके बाद सभी लोगों को दोनों के संबंधों और इच्छाओं का पता चल जाता है, व लड़के और लड़की का विवाह करा दिया जाता है।
उठवा विवाह -
उठवा विवाह उसे कहते हैं जब लड़के पक्ष लड़की पक्ष के शादी का पूरा खर्चा स्वयं उठाएं, इस विवाह में लड़की पक्ष वाले लड़की को रखकर नियत तिथि में लड़के के घर पूरे रिश्तेदारों के साथ पहुंच जाए हैं और लगभग पांच दिनों तक वहीं रहकर विवाह सम्पन्न कराते हैं जिसका पूरा खर्चा लड़का पक्ष को ही उठाना पड़ता है।
प्रेम विवाह -
बैगा समुदाय में प्रेम विवाह की पूर्ण स्वतंत्रता है लड़का लड़की अपने प्रेम संबंध में होने के बाद घर परिवार वालों को विवाह की इच्छा जाहिर कर देते हैं, जिसके बाद उनका विवाह सम्पन्न करा दिया जाता है, या फिर परिवार वालों को लड़का लड़की के प्रेम संबंध के बारे में पता चलते ही विवाह करा दिया जाता है। इस समुदाय में यह बेहद प्रचलित विवाह है।
जोहर दादा
जवाब देंहटाएंजोहार दादा
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